दुमका: (प्रवीण कुमार) आज बाल सुधार गृह (सम्प्रेक्षण गृह) में सामूहिक दुष्कर्म के आरोपी किशोर ने फांसी लगा आत्महत्या कर लिया। किशोर की आत्महत्या की खबर से सनसनी फैल गई है। मृतक किशोर पाकुड़ जिला के मुफस्सिल थाना क्षेत्र का रहने वाला है और इसी महीने की 17 अप्रैल को पाकुड़ से दुमका बाल सुधार गृह लाया गया था। जहां गुरूवार को एक कमरे में गमछे के सहारे पंखे से झूलता हुआ आरोपी का शव मिला। सूचना पर डीएसपी मुख्यालय विजय कुमार पहुंच मामले के छानबीन में जुट गये। किशोर का पोस्टमार्टम दंडाधिकारी असीफ अली के देखरेख में किया गया। मामले में डीएसपी मुख्याल विजय कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया में आत्महत्या का मामला प्रतीत हो रहा है। पुलिस सभी बिंदूओं पर छानबीन कर रही है। डीएसपी ने बताया कि पाकुड़ की एक महिला से गैंगरेप मामले में मृतक को बाल सुधार गृह लाया गया था। गैंगरेप के आरोपियों में कुछ कोरोना पॉजिटिव थे। हलांकि किशोर कोरोना संक्रमित नहीं था। लेकिन ऐतिहातन अलग कमरे में उसे रखा गया था। हलांकि मामले में मृतक के परिजन शंकर पहाड़िया ने हत्या की आशंका जताते हुए सुधार गृह प्रशासन पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि ऐसे में गमछे के सहारे पंखे तक किशोर नहीं पहुंच सकता है। उन्होंने जेल प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। यहां बता दे कि पाकुड़ जिले के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के एक गांव में बीते 15 अप्रैल को एक 35 वर्षीय महिला के साथ 11 लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। जिसमें पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मामले में 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। जिसमें मृतक भी शामिल था। गिरफ्तार आरोपियों में 8 आरोपी सहित पीड़िता कोरोना संक्रमित मिली थी।
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